कविता

भगवान से न्याय मिलता, तो न्यायालय नहीं होते।

सरस्वती से ज्ञान मिलता,

तो विद्यालय नहीं होते।

दुआओं से काम चलता,

तो औषधालय नहीं होते।

बिन किये भाग्य जगता,

तो कार्यालय नहीं होते।